Wednesday 24 October 2012

चित्रों में बयां होतीं कोसीकलां दंगे की कहानी

कोसीकलां का हिन्दू अपनी बेबसी पर रो रहा है और देश का बाकि का हिन्दू सो रहा है !

Note : These photos are of Mathura Riots happened in June 2012, but Hindus living there are still facing the brunt of these deadly riots. No Media has even thrown a slight 'focus' on these atrocities on Hindus. These photos are given here so that Hindus wake up and resolve to take weapons in their hands, not for 'Simollanghan', but for their self-defense on this auspicious occasion of Vijayadashmi / Dussehra / Dasara !!!

ये लेख केवल जिन्दा हिन्दुओं के लिए है मरे हुए हिन्दू इससे दूर ही रहे तो अच्छा है क्यूंकि उनके घडियाली आंसुओं की जल रहे हिन्दुओं को जरुरत नहीं है। हमें केवल जिन्दा हिन्दू चाहिए जो सर उठा कर एक दिन जिंदगी जीना चाहे और देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो उसके दिल में और जो चाहे की उसके जाने के बाद उसके बच्चे शान से सर उठा कर जियें।

गाय जिसे दंगे के तेरहवें दिन मार कर मुसलमानों ने दंगे की तेरहवीं मनाई


हिन्दू घर के निचे दंगाइयों के द्वारा जलाई गई कारें और पीछे छतिग्रस्त घर


हिन्दुओं की दुकाने जिन्हें मुसलमानों ने जलाया और पुलिस ने शार्ट-सर्किट से लगी आग बताया
गलियों में जलीं हिन्दुओं की कारें और मौत के सन्नाटे के बिच बंद पड़ीं दुकाने


जलाया गया गोदाम जिसे पुलिस ने शार्ट-सर्किट से जला बताया जबरदस्ती


उजड़ा हुआ घरौंदा जिसे देख वहाँ के हिन्दू रो रहे हैं और देश के बाकि के हिन्दू सो रहे हैं

क्या आपको किसी के चेहरे पर दंगे की कोई शिकन दिख रही है?


ऐसे मिला जा रहा है जैसे पीठ थपथपाई जा रही हो मुस्लिमों की बहुत अच्छा काम किया


धूं-धूं कर जलता हिन्दू मोहल्ले का ट्रांसफार्मर


ये है प्रशासन इनके चेहरे से आपको क्या लगता है?


उजड़ा घरौंदा पर बाकि हिन्दू आराम से सो सकते हैं क्यूंकि आपके ऊपर ये बात नहीं आई है


मरी हुई वो गौमाता जिन्हें पुलिस ने बड़ी बेरहमी से दफना दिया और न्यूज़ को दबा दिया गया


घर के अन्दर का वो दृश्य जहाँ लूटपाट के साथ हिन्दू माँ-बहनों के इज्जत को तार-तार करने का प्रयास हुआ


हिन्दुओं को दिया जा रहा सीख सुधर जाओ नहीं गोली मार दी जाएगी


बंद पड़ा बाज़ार और बदहवास हिन्दू मानस पर अन्य हिन्दू आराम से सो सकते हैं


बेरहमी से जलाया घर जिसे पहले लूटा गया फिर जला दिया गया


मौत का सन्नाटा


उठता धुंवां और नेस्तोनाबुत घर


ये दुकाने भी शार्ट-सर्किट से जलीं हैं तभी शटर तक टुटा पड़ा है


मौत का सन्नाटा और उसे तोडती पुलिस की बूटों की आवाजें


जनता की गुहार सुनते माननीय राजनाथ सिंह जी जिन्हें कोसीकलां में प्रशासन ने घुसने भी नहीं दिया


इस फोटो से किसी को विचलित होने की जरुरत नहीं है क्युकी आपके घर सुरक्षित हैं


ये मौत का सन्नाटा केवल जागृत हिन्दू ही सुन और महसूस कर सकता है


वो घर जिसे लूटने के बाद गोदाम के साथ फूंक दिया गया और वही शार्ट-सर्किट


गरीबों का जला हुआ आशियाना पर आप तो सम्भ्रांत और पढ़े लिखे हैं आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा इससे


हिन्दू राहगीरों से भरी और हिन्दुओं की बसे और कारें शायद ऐसी ही होती हैं ये गाड़ियाँ


शार्ट-सर्किट ने पूरा घर ही तोड़ दिया ऐसा शार्ट-सर्किट केवल मुस्लिम परस्ती में ही सम्भव है

जय माँ भारती



वन्देमातरम 

Reference @ http://ekaambhartiya.blogspot.in/2012/06/blog-post_6300.html

2 comments:

  1. why BJP and other so-called pro-Hindu groups are silent on Recent roits happend in uttar pradesh and other plases.Where are RSS,VHP and Bajrang dal hiding.i dont see any difference between congress & BJP sinece.Seems both are hungry of secular votes.Have any of you heared any comments from Firebrand leaders from BJP on last 7-8 recent roits happends in UP.Do there exist any opposision in UP.It appears as if there is NO opposition at all.

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